रायगढ़ – छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार द्वारा हाल ही में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत लागू किए गए नए निर्देश, जिसमें पत्रकारों के अस्पतालों में प्रवेश और मरीजों से बातचीत पर रोक लगाई गई है, को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। रायगढ़ शहर जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष आशीष जायसवाल ने इस निर्णय को तानाशाही रवैया बताते हुए कड़ी आलोचना की है।
आशीष जायसवाल ने कहा कि यह नया नियम लोकतंत्र के चौथे स्तंभ – मीडिया की स्वतंत्रता का खुला उल्लंघन है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार अब प्रदेश की कमान संभालने में असमर्थ हो चुकी है और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए मीडिया पर पाबंदियां लगा रही है।
उन्होंने कहा, “प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पहले से ही चरमराई हुई हैं। मीडिया समय-समय पर इन खामियों को जनता के सामने लाता रहा है। इसी से घबराकर सरकार ने अब पत्रकारों को अस्पतालों से दूर रखने का षड्यंत्र रचा है।”
जायसवाल ने यह भी आरोप लगाया कि यह निर्देश मेकाहारा अस्पताल में पत्रकारों के साथ हुई बदसलूकी और मारपीट की घटना के बाद लाया गया है, जो यह दर्शाता है कि सरकार अपने दबंग मित्रों को बचाने के लिए मीडिया की आवाज़ को दबाना चाहती है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि युवा कांग्रेस इस नियम का विरोध करती है और इसे लोकतंत्र का घोर अपमान मानती है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस ‘काले कानून’ को तुरंत वापस नहीं लिया गया, तो युवा कांग्रेस प्रदेशभर में आंदोलन करने को बाध्य होगी।
आखिर में उन्होंने कहा, “यह सुशासन नहीं, बल्कि खुला कुशासन है। भाजपा सरकार को लोकतंत्र की मूल भावना और प्रेस की स्वतंत्रता को कुचलने का अधिकार नहीं है।”
इस पूरे मामले को लेकर पत्रकार संगठनों में भी आक्रोश देखा जा रहा है और आने वाले दिनों में इस निर्णय के खिलाफ प्रदेश में बड़ा विरोध प्रदर्शन देखने को मिल सकता है।