भानु प्रताप मिश्र
रायगढ़ – प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अलग-अलग विधानसभाओं में नेताओं द्वारा किए जाने वाले विरोध के कारण अलग-अलग प्रकार के समीकरण देखने को मिल रहा है। एक सूचना के अनुसार 21 अक्टूबर को लैलूंगा विधानसभा के कांग्रेस के तीन कद्दावर आदिवासी नेताओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की है। इस मुलाकात को लेकर खबर आ रही है कि विधानसभा लैलूंगा में कांग्रेस के टिकट वितरण के बाद बगावत के सुर देखने को मिल रहे थे।
जिसे शांत करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री के बुलावे पर वहां के तीनों आदिवासी नेता वर्तमान विधायक चक्रधर सिंह सिदार, पूर्व विधायक हृदय राम राठिया और कांग्रेस के कद्दावर आदिवासी नेता सुरेन्द्र सिंह सिदार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उक्त तीनों कद्दावर आदिवासी नेताओं ने मुलाकात के दौरान अपनी बातें रखीं। इसके विषय में सूत्र बताते हैं कि इन कद्दावरों ने अपने प्रस्ताव को मुख्यमंत्री से खुलकर रखते हुए कहा कि टिकट का बंटवारा ठीक से नहीं हुआ है।
वस्तुतः संगठन के लोगों द्वारा भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसी प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाया गया है, जो कि चुनाव जीत ही नहीं सकती है। जिसने जिला पंचायत के चुनाव में बुरी तरह हार का मुख देखा हो। उस प्रत्याशी को विधानसभा चुनाव जीताने के लिए प्रयास करना, हिमालय को काटकर राह बनाने जैसा कार्य है। अतः तत्काल प्रभाव से लैलूंगा विधानसभा के संगठन में बैठे स्वार्थी लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाए। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि टिकट तो नहीं बदला जा सकता है, किन्तु आप लोग प्रत्याशी को जीता कर लाओ।
इस पर इन कद्दावर नेताओं ने प्रस्ताव रखा कि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी लैलूंगा, तमनार और परिसीमन क्षेत्र रायगढ़ के अध्यक्ष ठंडा राम बेहरा, बिहारी पटेल, रामलाल पटेल और जिला उपाध्यक्ष ओम सागर पटेल तथा रूपेश पटेल को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए। क्योंकि इनसे जनता नाराज है और यदि प्रत्याशी इनके नेतृत्व में चुनाव लड़ती है, तो हम लोगों में से कोई भी चुनाव नहीं जीता सकता। इस विषय पर मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि हमारे द्वारा बेहतर प्रयास किया जाएगा।
इस विषय पर क्या कहते हैं चक्रधर सिंह सिदार
लैलूंगा के वर्तमान विधायक चक्रधर सिंह सिदार कहते हैं कि मुख्यमंत्री से हम सब की मुलाकात हुई थी और हमने कहा है कि हमारे विधानसभा के कुछ कांग्रेस नेताओं के प्रति जनता में नाराजगी है। इस विषय पर हमने मुख्यमंत्री जी से अपनी बात रखी है। लेकिन निर्दलीय लड़ने की कोई बात नहीं है।
इस विषय पर क्या कहते हैं सुरेन्द्र सिंह सिदार
कुछ स्वार्थी तत्वों द्वारा लैलूंगा विधानसभा में कांग्रेस के संगठन पर कब्जा कर लिया गया है। जिसके कारण आम जनता के बीच कांग्रेस की छवि खराब हो रही है। इसका खामियाजा कांग्रेस को इस विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। इसलिए हमने प्रदेश के मुखिया के समक्ष अपनी बात रख दी है।
इस विषय पर क्या कहते हैं हृदय राम राठिया
मुख्यमंत्री से मुलाकात के विषय पर कांग्रेस के कद्दावर नेता हृदय राम राठिया से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया। अतः उनका फोन बंद होने के कारण उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई।